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नई दिल्ली:- रक्षाबंधन हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। इस खास दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर मंगल कामना के साथ राखी बांधती हैं। राखी बांधने के साथ ही राखी उतारने के भी कई नियम होते हैं, जिनका ध्यान रखने से व्यक्ति को जीवन में शुभ फल मिल सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कब और कैसे राखी उतारनी चाहिए।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
रक्षाबंधन पर राखी बांधने का सबसे अच्छा समय दोपहर के समय माना जाता है। वहीं भद्रा काल में भाई के हाथ पर राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में 19 अगस्त यानी रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 01:43 बजे से शाम 4:20 बजे तक रहने वाला है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में भाई की कलाई पर राखी बांधने से उसका सौभाग्य बढ़ता है।
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राखी खोलने के नियम
राखी को कभी भी रक्षा बंधन के तुरंत बाद या कुछ दिनों बाद नहीं खोलना चाहिए. कम से कम जन्माष्टमी तक राखी बांधनी चाहिए. राखी को कभी भी उतारकर इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए. आप इसे किसी बहते हुए जल स्रोत में विसर्जित कर सकते हैं या किसी पेड़ या पौधे में रख सकते हैं.
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क्यों खास है यह त्योहार
पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार राजा बलि ने भगवान विष्णु से वचन लिया कि वे उनके साथ पाताल लोक में रहेंगे. लेकिन इससे माता लक्ष्मी नाराज हो गईं. उन्होंने एक गरीब महिला का रूप धारण किया और राजा बलि के पास पहुंचीं और उन्हें राखी बांधी. राजा ने राखी के बदले कुछ भी मांगने को कहा. इस पर माता लक्ष्मी अपने असली रूप में प्रकट हुईं और भगवान विष्णु से उन्हें उनके धाम वापस लौटाने का वचन मांगा. राखी का मान रखते हुए राजा ने भगवान विष्णु को मां लक्ष्मी के साथ उनके धाम वापस भेज दिया।
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