We News 24 Digital / रिपोर्टिंग सूत्र / विवेक श्रीवास्तव
नई दिल्ली:- भारत आज अपनी 78वीं आजादी की वर्षगांठ मना रहा है। आज 11वीं बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2024 को सुबह करीब 7.30 बजे लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके बाद पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। 2024 का लोकसभा चुनाव जीतकर पीएम मोदी लगातार तीसरी बार देश की सत्ता में लौटे हैं।
ये खबर भी पढ़े-सीतामढी में एसएसबी द्वारा हर घर तिरंगा कार्यक्रम के तहत निकाली गयी मोटरसाइकिल रैली
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी को स्वदेशी 105 एम् एम् लाइट फील्ड गन से 21 तोपों की सलामी दी गई। लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए करीब 6000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया। अटल इनोवेशन मिशन जैसी पहल से जुड़े युवाओं, लोगों, आदिवासी समुदाय, किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को कार्यक्रम में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।लाल किले की प्राचीर से अपना संबोधन खत्म करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने आए लोगों से भी मिले। इस दौरान पीएम मोदी लोगों से हाथ मिलाते नजर आए।
ये खबर भी पढ़े-अच्छी खबर ,15 अगस्त से सीतामढ़ी से पटना जाना होगा आसान ,कल से चलेगा नई ट्रेन
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने वन नेशन, वन इलेक्शन की भी बात की। पीएम मोदी ने कहा, "आज हर काम चुनाव के रंग में रंग गया है। सभी राजनीतिक दलों ने अपनी बात रखी है। एक कमेटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार की है। देश को वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए आगे आना होगा। मैं राजनीतिक दलों से आग्रह करता हूं कि भारत की प्रगति के लिए वन नेशन, वन इलेक्शन के सपने को साकार करने के लिए आगे आएं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में भाई-भतीजावाद और जातिवाद का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा, "भाई-भतीजावाद और जातिवाद लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हमें देश को इससे मुक्त करना है। हमारा एक मिशन एक लाख ऐसे लोगों को आगे लाना है, जिनके परिवार के सदस्यों की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है। इससे देश भाई-भतीजावाद और जातिवाद से मुक्त होगा। इससे नई सोच सामने आएगी। वे किसी भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।"
पीएम मोदी ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा का भी जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा, "एक पड़ोसी देश के तौर पर बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ है, उसे लेकर चिंतित होना स्वाभाविक है. मुझे उम्मीद है कि जल्द ही वहां के हालात सामान्य हो जाएंगे. देशवासी चाहते हैं कि वहां अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो. भारत हमेशा चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश शांति और खुशहाली के रास्ते पर चलें. हम शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं. आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा में हमारी शुभकामनाएं रहेंगी, क्योंकि हम मानव जाति के कल्याण के बारे में सोचने वाले लोग हैं."
लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने नागरिक संहिता (सिविल कोड ) का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा, "हमारे देश में सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार समान नागरिक संहिता की चर्चा की है। हमारे देश का एक वर्ग मानता है और इसमें सच्चाई भी है कि जिस नागरिक संहिता के साथ हम जी रहे हैं, वो दरअसल एक तरह का सांप्रदायिक नागरिक संहिता है। ये भेदभावपूर्ण नागरिक संहिता है। इसलिए अब देश में धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता होनी चाहिए।"
वी न्यूज 24 फॉलो करें और रहे हर खबर से अपडेट
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें