We News 24 Digital / रिपोर्टिंग सूत्र / काजल कुमारी
नई दिल्ली:- भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने गुरुवार को स्वतंत्रता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि पड़ोसी बांग्लादेश में हाल की घटनाएं स्वतंत्रता दिवस के महत्व और अधिकारों के मूल्य को दर्शाती हैं। यहां सुप्रीम कोर्ट परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमें देश के लोगों के एक-दूसरे के प्रति और राष्ट्र के प्रति संविधान के सभी मूल्यों को साकार करने के कर्तव्यों की याद दिलाता है।
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अतीत की घटनाओं को समझना जरूरी है
उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है, वह स्पष्ट रूप से याद दिलाता है कि स्वतंत्रता हमारे लिए कितनी मूल्यवान है। स्वतंत्रता को हल्के में लेना बहुत आसान है, लेकिन अतीत की घटनाओं को समझना जरूरी है, ताकि हमें याद रहे कि ये चीजें कितनी महत्वपूर्ण हैं। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि कई वकीलों ने अपना कानूनी पेशा छोड़कर खुद को राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मैं आप सभी पत्रकार साथियों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। मैं आपके माध्यम से पूरे देश को, खासकर कानून से जुड़े लोगों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।
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सीजेआई ने कहा- संविधान सबसे ऊपर है
चीफ जस्टिस ने कहा कि यह दिन हमें एक-दूसरे के प्रति और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों की याद दिलाने का दिन है। ध्वजारोहण समारोह में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि संविधान सबसे ऊपर है।मंत्री ने कहा कि चीफ जस्टिस ने कुछ दिन पहले कहा था कि संविधान सबसे ऊपर है। अगर इसे विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका आत्मसात कर लें तो भारत विकसित राष्ट्र बन जाएगा। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के शब्दों को याद करते हुए कहा कि यह वह आजादी है जिसका देश जश्न मना रहा है।
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