We News 24 » रिपोर्टिंग सूत्र / अनिल पाटिल
मुबई :- कांग्रेस ने महाराष्ट्र के लिए नई रणनीति बनानी शुरू कर दी है। हरियाणा में हार के बाद, पार्टी का फोकस अब महाराष्ट्र की तैयारियों पर है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई बैठक में राहुल गांधी, विजय वडेट्टीवार, और बाला साहेब थोराट सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
बैठक की मुख्य बातें:
- दबाव और चुनौती: कांग्रेस पर शिवसेना और एनसीपी का दबाव है, खासकर मराठा आरक्षण आंदोलन के चलते। मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल मराठों के लिए ओबीसी कोटे के जरिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं और मराठों को कुनबी जाति का सर्टिफिकेट देने की बात कर रहे हैं।
- सीटों पर जोर: कांग्रेस कम से कम 110 सीटों पर लड़ने को दृढ़ है। हालांकि, शिवसेना और एनसीपी ने कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की बात कही है, खासकर सेंट्रल मुंबई की मुस्लिम बहुल सीटों पर।
- साझा घोषणा पत्र: कांग्रेस ने महाराष्ट्र के नेताओं से अधिकतम प्रभाव डालने वाली रणनीति तैयार करने को कहा है और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की तीनों पार्टियों के साथ साझा घोषणा पत्र बनाने की बात की है।
उम्मीदवारों और पोलिंग एजेंट्स को चेतावनी: कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों और पोलिंग एजेंट्स को ईवीएम में किसी भी तरह की छेड़छाड़ को रोकने के लिए सजग रहने को कहा है। हरियाणा में कांग्रेस ने ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया था और इसकी जांच की मांग की थी।
कांग्रेस का बयान: महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस एमवीए के साथ आगे बढ़ेगी और बीजेपी के हर कुचक्र का जवाब देगी। सीट शेयरिंग कोई मुद्दा नहीं है और तीनों पार्टियां 288 सीटों पर लड़ेंगी।
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चुनाव का ऐलान: माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के लिए चुनाव आयोग जल्द ही तारीखों का ऐलान कर सकता है। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है। 2019 में शिवसेना ने बीजेपी के साथ मिलकर 56 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस और एनसीपी ने क्रमशः 44 और 54 सीटें जीती थीं।
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