We News 24 » रिपोर्टिंग सूत्र / अंकित पंडित
जम्मू-कश्मीर :- के अनंतनाग जिले के लारनू इलाके में आज सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो आतंकियों को मार गिराया गया है। इस मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन जारी है। बताया जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसियां वहां किसी और आतंकी के छिपे होने की संभावना को लेकर तलाशी ले रही हैं।
इस मुठभेड़ के अलावा, श्रीनगर के खनयार क्षेत्र में भी सुरक्षा बलों द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान आतंकियों की गतिविधियों को रोकने और क्षेत्र में शांति बहाल करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस मिलकर इन अभियानों को अंजाम दे रहे हैं।
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जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के लारनू क्षेत्र में सुरक्षा बलों को लश्कर-ए-तैयबा के एक डिविजनल कमांडर समेत तीन आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके आधार पर शनिवार सुबह से ही सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। हालांकि, अब तक आतंकियों का कोई ठोस सुराग नहीं मिला है, लेकिन सुरक्षा बल क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी रखे हुए हैं।
इसके अलावा, बांदीपोरा इलाके में भी सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान छेड़ा हुआ है। शुक्रवार शाम को इस इलाके में आतंकियों ने सेना के एक कैंप पर गोलीबारी की थी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद आतंकी वहां से भागने पर मजबूर हो गए। हालांकि, सुरक्षा बल अभी भी इलाके में उनकी तलाश कर रहे हैं, ताकि किसी भी आतंकी गतिविधि को रोकते हुए क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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लोकसभा चुनाव के बाद जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से आतंकी घुसपैठ की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। हालांकि, सीमा पर तैनात भारतीय जवान लगातार सतर्क हैं और आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर रहे हैं। इसके बावजूद, जम्मू-कश्मीर के भीतर आतंकी गतिविधियां पूरी तरह थमी नहीं हैं। आतंकी अक्सर सेना के काफिलों और प्रवासी श्रमिकों को निशाना बना रहे हैं, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
हाल ही में 20 अक्टूबर को, आतंकियों ने बडगाम में प्रवासी श्रमिकों के एक शिविर पर गोलीबारी की थी, जिसमें सात लोगों की दुखद मौत हो गई। मारे गए लोगों में छह प्रवासी श्रमिक थे, जबकि एक स्थानीय डॉक्टर भी इस हमले में मारा गया था। इस प्रकार के हमले क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने के उद्देश्य से किए जाते हैं, जिनका मकसद सुरक्षा बलों और आम नागरिकों के बीच डर और दहशत का माहौल बनाना है।
इस तरह के लगातार ऑपरेशनों का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करना और शांति बहाल करना है। सुरक्षा बलों की सतर्कता और लगातार अभियानों की वजह से आतंकवाद पर नियंत्रण पाने के प्रयास जारी हैं।
जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं के मद्देनजर सुरक्षाबलों ने हाल के महीनों में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिए हैं, और लगातार सफलताएं हासिल की जा रही हैं।
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