We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / दीपक कुमार
नई दिल्ली :- क्या आपको पता है की आप जिस अस्पताल में अपना इलाज करवाने करे लिए जा रहे वो अस्पताल आपके जान का दुश्मन बन रहा है तो आप क्या करेंगे ? ऐसा हम इसलिए कहा रहा हूँ एक रिसर्च में ये खुलासा हुआ की सुपरबग बैक्टीरिया जो सीधे आपकी सेहत को हानि पहुंचा रहा है यंहा तक की । इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की रिपोर्ट के अनुसार, देश के प्रमुख अस्पतालों, AIIMS और सर गंगाराम, में जैसे नामी गरामी हॉस्पिटल में सुपरबग बैक्टीरिया पाया गया है। यह बैक्टीरिया मरीजों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है क्योंकि इस पर एंटीबायोटिक दवाएं काम नहीं करतीं, जिससे इसका इलाज करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
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क्या है सुपरबग?
सुपरबग वे बैक्टीरिया, वायरस या फंगस होते हैं जो एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति प्रतिरोधी (रेजिस्टेंट) हो जाते हैं। यह प्रतिरोध तब विकसित होता है जब एंटीबायोटिक दवाओं का अत्यधिक या गलत उपयोग किया जाता है, जिससे बैक्टीरिया और भी मजबूत और खतरनाक बन जाते हैं। ये संक्रमण के इलाज में विफलता का कारण बन सकते हैं और जानलेवा साबित हो सकते हैं।
सुपरबग कैसे फैलता है?
रिपोर्ट में यह पाया गया है कि अस्पतालों में इलाज के दौरान उपयोग की गई दवाओं और अन्य मेडिकल कचरे का सही तरीके से निपटान नहीं हो पाता है, जिससे ये सुपरबग पैदा होते हैं। आईसीयू, वार्ड और ओपीडी में की गई जांच में यह स्पष्ट हुआ कि सुपरबग अस्पताल के वातावरण में मौजूद हैं, और ये मरीजों के शरीर में आसानी से प्रवेश कर सकते हैं।
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रिपोर्ट की चौंकाने वाली बातें:
- ICMR की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में देश के 21 प्रमुख अस्पतालों से 1 लाख मरीजों के ब्लड, मूत्र, पस और अन्य नमूनों की जांच की गई। इस जांच में 10 प्रकार के सुपरबग बैक्टीरिया पाए गए, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहद खतरनाक माने जाते हैं।
- इन सुपरबग्स का एंटीबायोटिक दवाओं पर कोई असर नहीं होता, जिससे वे मानव शरीर के लिए अत्यधिक घातक बन जाते हैं।
भविष्य का खतरा:
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट बताती है कि 2050 तक सुपरबग्स कैंसर जैसी बीमारियों से भी अधिक घातक साबित हो सकते हैं। ICMR की रिपोर्ट के बाद, अस्पतालों ने इस खतरे से निपटने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं, ताकि मरीजों को सुपरबग से बचाया जा सके।

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