We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / एजेंसी
ढाका:- बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामलों में बढ़ोतरी चिंता का विषय है, खासकर शेख हसीना सरकार के पतन के बाद। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के दौरान भी ऐसी घटनाओं को रोकने में असमर्थता दिखाई दे रही है।
हालिया घटना खुलना की है, जहां एक हिंदू युवक उत्सब मंडल पर पैगंबर मुहम्मद के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया, जिसके बाद भीड़ ने उस पर जानलेवा हमला किया। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, युवक की मौत की झूठी खबर मस्जिद के लाउडस्पीकर से फैलाई गई, लेकिन पुलिस ने बाद में पुष्टि की कि उत्सब जिंदा है और उसका इलाज चल रहा है।
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इस मामले में सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि पुलिस और सेना की मौजूदगी में भी भीड़ ने उत्सब पर हमला किया, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठते हैं। पुलिस ने उत्सब को किसी सुरक्षित स्थान पर रखा है, लेकिन इस तरह की घटनाएं बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
बांग्लादेश में ऐसे मामलों में तत्काल हस्तक्षेप और न्यायिक कार्रवाई की जरूरत है ताकि धार्मिक सहिष्णुता और कानून का शासन बना रहे।
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