We News 24 » रिपोर्टिंग सूत्र / अमिताभ मिश्रा
पटना:- तेजस्वी यादव को लेकर बिहार की राजनीति गर्मा गया है, जहां जेडीयू ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने चुनावी हलफनामों में अपनी आय को कम करके दिखाया और लोगों को दिए गए कर्ज की जानकारी छुपाई है। जेडीयू का दावा है कि 2015 और 2020 के चुनावी हलफनामों में तेजस्वी यादव ने अपनी आय और कर्ज को लेकर गलत जानकारी दी, जिससे उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है।
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जेडीयू के अनुसार, 2015 के चुनावी हलफनामे में तेजस्वी यादव ने अपनी वार्षिक आय 5.60 लाख रुपये बताई थी, जबकि उन्होंने 1.13 करोड़ रुपये कर्ज में दे रखा था। वहीं 2020 में उन्होंने अपनी सालाना आय 1.41 लाख रुपये दिखाई, जो प्रति माह सिर्फ 11,812 रुपये होती है। जेडीयू ने सवाल उठाया है कि जब विधायक का न्यूनतम वेतन 40 हजार रुपये है, तो उनकी आय इतनी कम कैसे हो सकती है।
इस मामले में जेडीयू ने चुनाव आयोग से तेजस्वी यादव की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की है और लोक प्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 123 (2) के तहत कार्रवाई की अपील की है। मामला अब चुनाव आयोग के हाथ में है, जो आगे की जांच और कार्रवाई पर निर्णय लेगा।
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